आप हर किसीको खुश नहीं रख सकते | You can't keep everyone happy
Kya aap har kisiko khush rakh sakte hai?
(मेरा मतलब हद से ज्यादा satisfy करने और opinon लेने से है, ऐसा नहीं है की आप किसी की कुछ भी ना सुने,क्योंकि कुछ बाते हमारे फायदे की भी होती है।)
प्यार नाम की चीज़ ही ऐसी है जितना भी समझा जाए उतना कम है फिर भी अपने स्तर पर हम कोशिश तो कर ही सकते हैं।
आप सोच रहे होंगे के ये कैसी सोच है जो हम किसी का ज्यादा opinion ना ले,
अपनों को हम कभी पूरी तरह से satisfy नहीं कर सकते ,
तो ये जो सोच है ऐसी क्यों है और यह कैसे काम करती है ये समझने के लिए
चलिए आपको मैं एक कहानी बताता हूँ ,
शायद कुछ लोगो ने सुनी यह कहानी सुनी होगी पर फिर भी यह एक बार फिरसे
पढ़ लीजिये क्योंकि aap har kisiko khush nahi rakh sakte सीखाने वाली यह कहानी है।
एक बार एक बूढ़ा आदमी बाजार जाता है अपने बेटे के साथ घोडा खरिदने के लिए,
जब उन्होंने घोडा खरीद लिया और वो घोडा खरीदके लौट रहे थे,
वहा से गुजरने वाले एक आदमी ने उनसे कहा की,
ये क्या कर रहे हो?
उस गरीब घोड़े के ऊपर इतना भार दे दिया और आराम से आप
दोनों बाप बेटे उसपर बैठ गए?
क्या आपको इस गरीब घोड़े पर थोड़ीसी भी दया नहीं आती?
तब उस बेटे के पिता सोच में पड गये उन्होंने कहा कि बेटे तुम उतर जाओ
और पैदल चलो और आगे एक आदमी बोला क्या जमाना आ गया है ,
माता-पिता का प्यार आज कल कहा खो गया है?
पिता देखो घोड़े पर आराम से बैठा है और बेटे को पैदल चलना पड रहा है।
पिता यह सुनकर सोच में पड़ गए और अपने बेटे से कहने लगा की तू बैठ घोड़े पे मैं पैदल चलूंगा।
और वो आगे चलने लगे,फिर आगे एक और आदमी मिला वो भी कहने लगा,
ये आजकल अपनी संस्कृति को पता नहीं क्या हो गया है?
ये तो जवान लड़का होक भी घोड़े पे बैठा है और बूढ़ा बाप कितना बुढा है फिर
भी पैदल चल रहा है।
ये सुनकर बेटा तुरंत घोड़े से उतर गया,और बाप बेटा दोनो ही साथ साथ पैदल
चलने लगे।
आगे जाके उन्हें एक और आदमी मिला फिर वो कहने लगा,
मनुष्य की बुद्धि कहा गयी है?
घोडा किस के लिए होता है?
बैठने के लिये होता है ना?
और ये बाप बेटा देखो बेवकूफ़ की तरह फिर भी पैदल चल रहे है।
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आप सोच रहे होंगे के ये कैसी सोच है जो हम किसी का ज्यादा opinion ना ले,
अपनों को हम कभी पूरी तरह से satisfy नहीं कर सकते ,
तो ये जो सोच है ऐसी क्यों है और यह कैसे काम करती है ये समझने के लिए
चलिए आपको मैं एक कहानी बताता हूँ ,
शायद कुछ लोगो ने सुनी यह कहानी सुनी होगी पर फिर भी यह एक बार फिरसे
पढ़ लीजिये क्योंकि aap har kisiko khush nahi rakh sakte सीखाने वाली यह कहानी है।
कहानी-
जब उन्होंने घोडा खरीद लिया और वो घोडा खरीदके लौट रहे थे,
वहा से गुजरने वाले एक आदमी ने उनसे कहा की,
ये क्या कर रहे हो?
उस गरीब घोड़े के ऊपर इतना भार दे दिया और आराम से आप
दोनों बाप बेटे उसपर बैठ गए?
क्या आपको इस गरीब घोड़े पर थोड़ीसी भी दया नहीं आती?
तब उस बेटे के पिता सोच में पड गये उन्होंने कहा कि बेटे तुम उतर जाओ
और पैदल चलो और आगे एक आदमी बोला क्या जमाना आ गया है ,
माता-पिता का प्यार आज कल कहा खो गया है?
पिता देखो घोड़े पर आराम से बैठा है और बेटे को पैदल चलना पड रहा है।
पिता यह सुनकर सोच में पड़ गए और अपने बेटे से कहने लगा की तू बैठ घोड़े पे मैं पैदल चलूंगा।
और वो आगे चलने लगे,फिर आगे एक और आदमी मिला वो भी कहने लगा,
ये आजकल अपनी संस्कृति को पता नहीं क्या हो गया है?
ये तो जवान लड़का होक भी घोड़े पे बैठा है और बूढ़ा बाप कितना बुढा है फिर
भी पैदल चल रहा है।
ये सुनकर बेटा तुरंत घोड़े से उतर गया,और बाप बेटा दोनो ही साथ साथ पैदल
चलने लगे।
आगे जाके उन्हें एक और आदमी मिला फिर वो कहने लगा,
मनुष्य की बुद्धि कहा गयी है?
घोडा किस के लिए होता है?
बैठने के लिये होता है ना?
और ये बाप बेटा देखो बेवकूफ़ की तरह फिर भी पैदल चल रहे है।
You can't keep everyone happy
Moral (तात्पर्य)-
आप कुछ भी कर लीजिये आपका अच्छा काम भी लोगो को सही नहीं लगेगा
कुछ लोग तारीफ करेंगे तो कुछ लोग भला बुरा कहेंगे.अपना काम करते रहे
लोगो पर ध्यान केन्द्रित करने से अच्छा है अपने काम पे किया जाये.
कुछ लोग तारीफ करेंगे तो कुछ लोग भला बुरा कहेंगे.अपना काम करते रहे
लोगो पर ध्यान केन्द्रित करने से अच्छा है अपने काम पे किया जाये.
तो कैसी लगी aap har kisiko khush nahi rakh sakte की कहानी?
यह कहानी तो सिर्फ एक उदाहरण है ,असल जीवन में ऐसे अनेक किस्से
होते ही रहते है,इसीलये अगर हम हर किसीको satisfy करने की कोशिश
करते रहे तो आप किसी को भी satisfy तो कर नहीं पाएंगे पर खुद को भी
कभी अपने जीवन के प्रति satisfy नहीं कर पाएंगे.
अंत में बस यही कहना चाहूंगा कि अगर हम अपने जीवन का आधार भगवान
द्वारा दिए गये प्रमुख और अनन्त(eternal) नियमो(principles)पर आधारित हो ,
तो हमारे पास पुरे साधन(well-equiped)होंगे,तो जीवन में हम डटकर
लड़ सकेंगे उस negativity से जो wordly opnions द्वारा
हम पर हल्ला बोल रहा है.
आशा करता हु आपको यह aap har kisiko khush nahi rakh sakte याने खुद से प्यार
क्यों करे,यह क्यों जरूरी है और You can't keep everyone happy का concept पसंद आया हो.
इसीसे रिलेटेड हमारा खुद से प्रेम जरूरी क्यों है यह आर्टिकल भी पढ़े.
🔺 ARTICLE:
➤टॉप ३३ चाणक्य के विचार in hindi
➤ सच्चा प्यार क्या है ?
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